समर कैंप में बच्चे बन रहे हुनरमंद सीख रहे चित्रकारी
स्कूल की दीवारों को बनाया कैनवास उकेर रहे कलात्मक चित्र
कोंडागांव जिले के स्कूलों में 27 मई से प्रारंभ हुआ समर कैंप बच्चों के लिए अत्यंत उपयोगी साबित हो रहा है जहां वे विभिन्न विधाओं में पारंगत हो रहे हैं एवं आर्ट एंड क्राफ्ट आदि कलाएं सीख रहे हैं । जहां बच्चों को अक्सर चित्रकारी कागज पोस्टर पर सिखाई जाती है वहीं प्राथमिक शाला जोन्दरापदर में शिक्षिका मधु ने अभिनव पहल करते हुए स्कूल की दीवारों को ही कैनवस बना दिया, जहां बच्चे चित्रकारी का हुनर सीख रहे है। कहा जाता है शिक्षक एक कुम्हार के समान होता है कच्ची मिट्टी को ठोक पीट कर सुंदर घड़े वह अन्य आकर्षक मिट्टी की कलाकृतियों का निर्माण करता है शिक्षक की भूमिका भी कुछ ऐसी ही है यदि शिक्षक हुनरमंद है तो निश्चित रूप से बच्चों में भी प्रतिभा दिख जाती है आवश्यकता है उसे तराशने की ।प्राथमिक शाला जोन्दरा
पदर में इन दिनों चल रहे समर कैम्प में प्रधानाध्यापक मधु तिवारी बच्चों के हुनर को पहचान कर चित्रकारी।सीखा रही है एवं स्कूल की दीवारों को आकर्षक बस्तर आर्ट एवं उनके चित्रों के माध्यम से चित्रकारी कर प्रिंट रिच वातावरण तैयार किया जा रहा है जहां स्कूल की दीवारों पर नन्हे मुन्ने बच्चे अपने हुनर का लोहा मनवा रहे है शिक्षिका के साथ कदम से कदम मिलाकर आकर्षक प्रिंट रिच वातावरण तैयार कर चित्रकारी मैं भी अपना हुनर प्रदर्शित कर रहे हैं। समर कैम्प में पालक सम्पर्क दल के पार्वती व ललिशवर उपस्थित रहे।
